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T20 World Cup 2024: टीम इंडिया के लिए खतरा बन सकते हैं, ये भारतीय मूल के खिलाड़ी

21 Jun 2024 128 Views
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आईसीसी टी20 विश्व कप 2024 की शुरुआत 1 जून से होने जा रही है। आईसीसी के बड़े टूर्नामेंट में से एक टी20 विश्व कप 29 जून तक वेस्टइंडीज और संयुक्त राज्य अमेरिका में खेला जाएगा। इस बार विश्व कप में क्रिकेट फैंस को कुल 20 टीमें एक-दूसरे से भिड़ती हुई दिखाई देने वाली हैं। भारतीय टीम को इस ख़िताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। पिछले वर्ष खेले गए एकदिवसीय विश्व कप के फाइनल में भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन इस बार टीम इंडिया इस खिताब को अपने नाम करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

इस टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही सभी टीमों ने अपने खिलाड़ियों की घोषणा कर दी है। इंडिया एक बार फिर से रोहित शर्मा की अगुवाई में यह टूर्नामेंट खेलने के लिए उतरेगी। भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली भी टीम का हिस्सा होंगे। पहले कहा जा रहा था कि टी20 विश्व कप 2024 के लिए भारतीय टीम में सिर्फ युवा खिलाड़ियों को ही मौका दिया जाएगा। रोहित शर्मा और विराट कोहली टीम का हिस्सा नहीं होंगे, लेकिन बाद में बीसीसीआई और दोनों खिलाडियों के बीच चर्चा हुई। इसके बाद रोहित-विराट को टीम का हिस्सा बनाया गया।


भारतीय मूल के खिलाड़ी बन सकते हैं टीम के लिए खतरा

बीसीसीआई के द्वारा टी20 विश्व कप 2024 के लिए मजबूत भारतीय टीम की घोषणा की गई है। लेकिन मजबूत होने का मतलब यह नहीं है कि कोई भी टीम भारत को हरा नहीं सकती। कई बार छोटी टीमें भी मजबूत टीमों को हराकर चमत्कार कर देती है। कई बार बड़े टूर्नामेंट में ऐसे उलट फेर देखने को मिले हैं। इस बार यूएसए की टीम भी विश्व कप का हिस्सा है और इस टीम में कुछ भारतीय मूल के खिलाड़ी हैं जो ग्रुप मैच में भारत को टक्कर दे सकते हैं।


12 जून को होगा भारत बनाम अमेरिका मुकाबला

भारत और अमेरिका के बीच मुकाबला 12 जून को न्यूयॉर्क में खेला जायेगा। ऐसे में भारत को भारतीय मूल के इन खिलाडियों से सतर्क रहकर खेलने की आवश्यकता होगी। यह खिलाड़ी टीम इंडिया के खिलाड़ियों के स्वभाव को समझकर उन पर भारी पड़ सकते हैं। आइये आपको अमेरिका के इन खिलाडियों के बारे में बताते हैं।


सौरव नेत्रावलकर यूएसए की टीम तेज गेंदबाज

सौरव नेत्रावलकर यूएसए की टीम का हिस्सा हैं। 32 साल का यह खिलाड़ी बाएं हाथ का तेज गेंदबाज है, जो अपनी रफ्तार भरी गेंद से विपक्षी टीम के बल्लेबाजों को कड़ी टक्कर दे सकता है। सौरभ नेत्रवलकर का जन्म 16 अक्टूबर 1991 को मुंबई में हुआ था। साल 2010 में वह भारतीय टीम के दिग्गज खिलाड़ियों के साथ अंडर-19 विश्व कप टीम का हिस्सा थे। उन्होंने लोकेश राहुल, मयंक अग्रवाल, जयदेव उनादकट जैसे खिलाड़ियों के साथ क्रिकेट खेला है।

सौरव नेत्रावलकर के क्रिकेट करियर के बारे में बात की जाए तो उन्होंने साल 2013 में मुंबई के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया था, लेकिन इसके बाद उन्हें ज्यादा मौके नहीं दिए गए। सौरभ ने इसके बाद यूसए जाने का निर्णय लिया। यहां पर उन्होंने कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में मास्टर डिग्री प्राप्त की। इसके बाद वह सॉफ्टवेयर फॉर्म ओरेकल में काम करने लगे। लेकिन फिर भी उन्होंने अपना क्रिकेट खेलना जारी रखा और साल 2019 में नेत्रावलकर ने यूएसए के लिए अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया।

उनके अंतरराष्ट्रीय करियर पर नजर डाली जाए तो उन्होंने अब तक यूएसए के लिए 48 वनडे और 26 टी20 मुकाबले खेले हैं। वनडे में उन्होंने 73 और टी20 में 27 विकेट हासिल किए हैं। भारतीय टीम के खिलाड़ियों को सौरव नेत्रावलकर के खिलाफ सावधानी से बल्लेबाजी करनी चाहिए।


भारतीय टीम के पास शानदार स्पिनर हरमीत सिंह

लेफ्ट आर्म स्पिन ऑल राउंडर हरमीत सिंह भी भारतीय मूल के ही खिलाड़ी हैं। जैसा कि हम सभी को पता है कि भारतीय टीम के पास शानदार स्पिनर है, जो विपक्षी टीम के बल्लेबाजों पर भारी पड़ते हैं। हरमीत सिंह का भारतीय मूल का होने के कारण उन्हें भी अच्छी खासी स्पिन आती है, जिसका फायदा उन्हें इस टूर्नामेंट में मिलने की संभावना है।


हरमीत सिंह का जन्म 7 सितंबर 1992 को मुंबई में हुआ था। अब तक उन्होंने यूएसए की टीम के लिए 6 टी20 मुकाबले खेले हैं, जिसमें उन्हें 6 विकेट मिले हैं। साथ ही उन्होंने 81 रन भी बनाए हैं। बता दें कि जब हरमीत सिंह 19 साल के थे, तब उन्होंने अंडर-19 विश्व कप में भाग लिया था। भारत के पूर्व बल्लेबाज दिलीप सरदेसाई ने भी हरमीत की काफी तारीफ की थी। सरदेसाई ने कहा था कि जब उन्होंने हरमीत सिंह को पहली बार गेंदबाजी करते हुए देखा तो उनका एक्शन एकदम दिग्गज गेंदबाज बिशन बेदी की तरह लगा।

साल 2010 उनके लिए कुछ खास नहीं रहा था। करियर की शुरुआत में वह काफी महंगे साबित हुए, लेकिन इसके बाद उन्होंने अपनी गेंदबाजी पर कंट्रोल किया। अगले 2 साल में उनकी इकोनॉमी 3.02 पर आ गई। साल 2012 में टीम इंडिया ने उन्मुक्त चंद की कप्तानी में अंदर-19 विश्व कप जीता था। उस दौरान हरमीत सिंह टीम इंडिया का हिस्सा थे और उन्होंने बेहद ही कम इकोनॉमी के साथ गेंदबाजी की थी।

उन्होंने अपना घरेलू क्रिकेट मुंबई के लिए खेला था। साल 2009 में हरमीत सिंह ने हिमाचल प्रदेश के खिलाफ फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया था। उन्होंने साल 2013 में आईपीएल भी खेला था। उस समय वहां राजस्थान रॉयल्स के लिए गेंदबाजी करते हुए दिखाई दिए थे। इस खिलाड़ी के खिलाफ भी भारतीय बल्लेबाजों को सावधानी से बल्लेबाजी करने की आवश्यकता है।

writer ; Aman kapson